तो आज हम बात करेंगे आजादी से पहले अंग्रेजों ने भारतीयों पर कितने अत्याचार किए थे? तो चलिए शुरू करते हैं.
जानिए आजादी से पहले अंग्रेजों ने भारतीयों पर कितने अत्याचार किए थे?
अंग्रेजों ने भारत पर 200 सालों तक राज किया. इस दौरान उन्होंने भारतीयों पर कई तरह के जुल्म किए. इनमें शामिल हैं:
सामाजिक और धार्मिक उत्पीड़न: अंग्रेजों ने भारतीयों को उनके धर्म और संस्कृति के लिए दंडित किया. उन्होंने हिंदू और मुस्लिम धर्म के लोगों के बीच भेदभाव किया. उन्होंने मंदिरों और मस्जिदों को नष्ट किया.
आर्थिक शोषण: अंग्रेजों ने भारत के प्राकृतिक संसाधनों और लोगों को लूट लिया. उन्होंने भारत से लाखों टन सोना और चांदी लूट ली. उन्होंने भारत के किसानों और मजदूरों को बहुत कम मजदूरी दी.
राजनीतिक गुलामी: अंग्रेजों ने भारत को एक गुलाम देश बना दिया. उन्होंने भारतीयों को अपने देश के मामलों में कोई अधिकार नहीं दिया. उन्होंने भारतीयों को अंग्रेजों के लिए काम करने के लिए मजबूर किया.
सांस्कृतिक विरूपण: अंग्रेजों ने भारतीय संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश की. उन्होंने भारतीयों को अंग्रेजी भाषा और संस्कृति को अपनाने के लिए मजबूर किया. उन्होंने भारतीयों को उनके पारंपरिक कपड़े और खानपान को छोड़ने के लिए मजबूर किया.
भूमि अधिग्रहण: अंग्रेजों ने भारतीयों की जमीनों को जबरन अधिग्रहित कर लिया और उन पर खेती करने के लिए मजबूर किया. इससे भारतीय किसानों की स्थिति बहुत खराब हो गई और वे गरीबी में डूब गए.
करों का बोझ: अंग्रेजों ने भारतीयों पर बहुत अधिक कर लगाए, जिससे लोगों का जीवन बहुत कठिन हो गया.
सामाजिक भेदभाव: अंग्रेजों ने भारतीयों के साथ सामाजिक भेदभाव किया. उन्होंने भारतीयों को अंग्रेजों से नीचा माना और उन्हें कई तरह के अधिकारों से वंचित रखा.
धर्मांतरण: अंग्रेजों ने भारतीयों को ईसाई धर्म में धर्मांतरित करने का प्रयास किया. उन्होंने भारतीयों को मारने, जबरन धर्मांतरित करने और उन पर अत्याचार करने की धमकी दी.
युद्ध: अंग्रेजों ने भारत में कई युद्ध लड़े, जिनमें हजारों भारतीय मारे गए.
अंग्रेजों के इन जुल्मों के कारण भारत में बहुत सारे विद्रोह हुए. इन विद्रोहों में सबसे प्रसिद्ध विद्रोह 1857 का सिपाही विद्रोह था. इस विद्रोह को अंग्रेजों ने दबा दिया, लेकिन इसने भारत में स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत कर दी.
इन जुल्मों ने भारतीयों को बहुत पीड़ा दी और उन्हें गुलामी की स्थिति में डाल दिया. भारतीयों ने अंग्रेजों के खिलाफ कई तरह के विद्रोह किए, लेकिन वे सफल नहीं हो सके. आजादी की लड़ाई में लाखों भारतीयों ने अपना जीवन खो दिया.
अंततः, भारत ने 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त की. भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन.