नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे वेबसाइट all the best gk पर. आज हम बात करेंगे आजादी के दिन 15 अगस्त 1947 को Mahatma Gandhi कहां पर थे और आजादी के दिन 15 अगस्त 1947 को mahatma gandhi वहां पर क्या कर रहे थे.
आजादी के दिन 15 अगस्त 1947 को महात्मा गांधी कहां पर थे?
15 अगस्त 1947 को, जब भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की, महात्मा गांधी कोलकाता में थे.
वह उस समय हिंदू-मुस्लिम दंगों को रोकने की कोशिश कर रहे थे जो देश के विभाजन के बाद शुरू हुए थे.
उन्होंने हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों के लोगों से बात की और उन्हें शांति बनाए रखने के लिए कहा.
उन्होंने नोआखाली में भीषण दंगों को रोकने के लिए एक हफ्ते तक उपवास किया.
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महात्मा गांधी ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता तब तक पूरी नहीं होगी जब तक कि हिंदू और मुस्लिम एक साथ शांति से नहीं रह पाएंगे.
उन्होंने भारत के विभाजन और उसके बाद हुए सांप्रदायिक दंगों के कारण आजादी के जश्न में शामिल होने से मना कर दिया था.
उन्होंने कहा था कि यह एक “आंसू का उत्सव” है और उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया था.
उन्होंने नोआखली में हिंदू-मुस्लिम दंगों को रोकने के लिए भी काम किया था.
उन्होंने 15 अगस्त को कोलकाता के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च में एक भाषण दिया,
जिसमें उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और एकता के साथ काम करने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता एक नई शुरुआत है और हमें इस अवसर का उपयोग एक बेहतर देश बनाने के लिए करना चाहिए.
उन्होंने भारत के विभाजन को एक “बड़ा दुख” बताया और कहा कि यह “एक महान राष्ट्र के लिए एक बड़ी त्रासदी” है.
उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और एक-दूसरे के साथ सद्भाव में रहने का आह्वान किया.
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